अधिक सोचने से आप हो सकती हैं बीमार No Further a Mystery



ज्यादा सोचने और अधिक चिंता करने से हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके कारण चक्कर आना, सीने में जलन जैसी परेशानी होती है। इसके अलावा हाइपरटेंशन, हाइपरटेंशन जैसी क्रोनिक स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।

विवाह/प्रेम/पारिवारिक: पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। सिंगल लोगों को प्यार मिल सकता है, लेकिन उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दी जाती है। भ्रम और अवांछित विचार उत्पन्न होंगे जिससे मानसिक कष्ट होगा। यह रिश्तों में अप्रत्याशित बदलाव और परिवर्तन ला सकता है और रिश्तों में समस्याएँ पैदा कर सकता है। जातक अपने प्रियजनों से अलगाव की भावना का अनुभव कर सकते हैं।

* अपने विचार पैटर्न को पहचानने की कोशिश करें और दिमाग से काम लें और कहें कि बहुत हो गया, अब कुछ और नहीं सोचन-समझना। यह इस बुरी आदत से छुटकारा पाने में काफी मददगार साबित हो सकता है।

अगर कोई अपनी जान लेने पर तुला है और उसे तुरंत काबू में लाना पड़े, तब ही इसकी ज़रूरत click here पड़ सकती है.''

बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी अब तक क्यों नहीं हुई?

हर लेटेस्ट ट्रेंड की जानकारी के लिए सबस्क्राइब करें iDiva को

By clicking “Settle for All Cookies”, you conform to the storing of cookies on the unit to boost site navigation, evaluate web site use, and aid in our marketing and advertising efforts. Cookie Policy. Reject all

कुछ प्रमुख गुण: संवेदनशील, गुप्त, सहज, रहस्यमय, शोधकर्ता, आध्यात्मिक और अध्ययनशील।

भरत ने बताया, '' मुझे सीढ़ियाँ चढ़ने में परेशानी होने लगी थी और जल्दी ग़ुस्सा आने लगा था. मुझे वेंटिलेटर पर कई दिनों तक रहने के चलते भी डरावने सपने आ रहे थे.

भारत-नेपाल संबंधों के चार अहम मुद्दे जिन पर दिल्ली है ख़ामोश

यह कानून अपने आप में काफी प्रोग्रेसिव है, जो मरीजों को सशक्त बनाता है.

पर्सनल फाइनेंस क्लास रूम म्यूचुअल फंड सोने/चांदी के दाम पेट्रोल/डीजल के दाम

ओवरथिंकिंग अकेले में ज्‍यादा हावी होती है. ऐसे में उन चीजों से दूरी बनाएं जो आपको तनाव देती हैं या घबराहट पैदा करती हैं.

क्या आप जानना चाहते हैं कि व्यक्तिगत आधार पर अंकज्योतिष की भविष्यवाणियां आपके लिए क्या कहती हैं?

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15

Comments on “अधिक सोचने से आप हो सकती हैं बीमार No Further a Mystery”

Leave a Reply

Gravatar